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गोविंदा के साथ शशि प्रभु (बीच में) |
शशि प्रभु कौन थे और उनका गोविंदा से क्या रिश्ता था?
शशि प्रभु सिर्फ गोविंदा के सेक्रेटरी ही नहीं, बल्कि उनके बेहद भरोसेमंद सहयोगी और अच्छे दोस्त भी थे। उन्होंने कई दशकों तक गोविंदा के साथ काम किया और उनके करियर को संवारने में अहम भूमिका निभाई। जब गोविंदा 80 और 90 के दशक में अपने करियर की ऊंचाइयों पर थे, तब शशि प्रभु ने उनके शेड्यूल, फिल्में और अन्य व्यावसायिक कामों को संभालने में बड़ी भूमिका निभाई। उनकी बदौलत गोविंदा अपने काम पर फोकस कर पाए और एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में दीं।
शशि प्रभु न केवल गोविंदा बल्कि इंडस्ट्री के कई अन्य कलाकारों से भी जुड़े रहे। उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में अनुभवी और समझदार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था।
शशि प्रभु के निधन की खबर कैसे सामने आई?
शशि प्रभु के निधन की खबर सबसे पहले इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों के जरिए सामने आई। जैसे ही यह दुखद समाचार फैला, बॉलीवुड के कई कलाकारों और गोविंदा के फैंस ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया। उनके निधन की सही वजह का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन उनकी मौत से इंडस्ट्री में गहरा दुख महसूस किया जा रहा है।
गोविंदा ने कैसे दी श्रद्धांजलि?
शशि प्रभु की मौत की खबर सुनते ही गोविंदा बेहद भावुक हो गए। वे तुरंत उनके घर पहुंचे और शोकाकुल परिवार से मुलाकात की। गोविंदा ने परिवार के साथ समय बिताया, उन्हें सांत्वना दी और दुख की इस घड़ी में हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। गोविंदा के लिए यह व्यक्तिगत क्षति भी है, क्योंकि वे शशि प्रभु को केवल एक सेक्रेटरी के रूप में नहीं, बल्कि अपने परिवार के सदस्य की तरह मानते थे।
शशि प्रभु की विरासत और यादें
शशि प्रभु ने अपने जीवन में जो भी काम किया, वह हमेशा इंडस्ट्री के लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा। उन्होंने अपनी ईमानदारी, मेहनत और समर्पण से न केवल गोविंदा बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री में एक खास पहचान बनाई थी। उनका यूं अचानक चले जाना सभी के लिए एक अपूर्णीय क्षति है, लेकिन उनकी यादें और योगदान हमेशा जिंदा रहेंगे।