यूट्यूबर रणवीर इलाहबादिया ने 'इंडिया गॉट लैटेंट' शो में एक विवादित बयान दिया था। इस बयान की अब महाराष्ट्र का संस्कृति विभाग भी जांच करेगा। शुक्रवार को मंत्री आशीष शेलार की बैठक में इस जांच के आदेश दिए गए। मंत्रालय को शिकायतें मिली थीं कि इस शो में अश्लीलता दिखाई गई है। इसके अलावा, इस तरह के कई दूसरे शो भी बिना अनुमति के टिकट बेचकर चलाए जा रहे हैं।
मुंबई और असम पुलिस की कार्रवाई
शुक्रवार को मुंबई पुलिस (खार पुलिस स्टेशन) और असम पुलिस की टीम रणवीर के वर्सोवा स्थित घर पहुंची, लेकिन वह बंद मिला। रणवीर को आज तक (शनिवार) पुलिस के सामने पेश होना था, लेकिन वह शुक्रवार को भी नहीं आए। पुलिस ने बताया कि रणवीर को पहले 13 फरवरी को बुलाया गया था, लेकिन जब वह नहीं आए, तो 14 फरवरी को पेश होने के लिए दूसरा समन भेजा गया।
रणवीर ने पुलिस से घर पर पूछताछ करने की मांग की
रणवीर ने पुलिस से कहा कि उनका बयान उनके घर पर दर्ज किया जाए, लेकिन पुलिस ने यह मंजूर नहीं किया। इस मामले में असम पुलिस ने भी उनके खिलाफ केस दर्ज किया है और वह भी उनसे पूछताछ करना चाहती हैं।
रणवीर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की
बताते चलें, रणवीर ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने पूरे देश में दर्ज सभी FIR को एक साथ जोड़ने की मांग की है।
अन्य लोगों पर भी केस दर्ज
असम पुलिस ने इस मामले में समय रैना, आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्व मखीजा के खिलाफ भी FIR दर्ज की है। मुंबई पुलिस और साइबर सेल इस मामले की अलग-अलग जांच कर रहे हैं। समय रैना को अगले 5 दिनों में पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
50 से ज्यादा लोगों के बयान लिए गए
मुंबई पुलिस ने भाजपा नेता की शिकायत पर रणवीर के मैनेजर, मखीजा और चंचलानी सहित 8 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस ने 'इंडिया गॉट लैटेंट' शो के वीडियो एडिटर प्रथम सागर से भी पूछताछ की है। महाराष्ट्र साइबर सेल ने अब तक इस केस में 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो इस शो का हिस्सा थे। गुरुवार को अभिनेता रघु राम, जो शो के जज पैनल में थे, उन्होंने ने भी अपना बयान दर्ज कराया था।