The Sabarmati Report Review: ऊंची दुकान फीके पकवान,पांच में से दो स्टार


फिल्म द-साबरमती रिपोर्ट ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दस्तक दे दी है। इस फिल्म को जी 5 पर देखा जा सकता है। साबरमती ट्रेन आगजनी कांड पर बनी यह फिल्म विवादों में रही। जिसका फायदा फिल्म के मेकर्स को खूब हुआ। बीजेपी शासित ज्यादातर राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री भी किया गया था। खुद पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी पूरी कैबिनेट ने इस फिल्मों को बड़े पर्दे पर साथ में देखा था। लेकिन ओटीटी पर रिलीज होने के बाद से फिल्म द - साबरमती रिपोर्ट चर्चाओं में है।इस फिल्म की निर्माता एकता कपूर  हैं। इंडिया 4 सिनेमा आपके लिए इस फिल्म का रिव्यू लेकर आया है।

 

कहानी

फिल्म द साबरमती रिपोर्ट साल 2002 में हुई एक घटना पर आधारित है। दरअसल, अयोध्या से आने वाली साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में गोधरा रेलवे स्टेशन के करीब ट्रेन के कुछ डिब्बों में एक वर्ग विशेष के लोगों ने आग लगाई थी। जिसकी वजह से 59 लोगों की जलकर मौत हुई थी और पूरे गुजरात में सांप्रदायिक दंगे हुए थे।  फिल्म की कहानी गोधरा कांड को लेकर सरकार की जांच और मीडिया के रवैया को लेकर बुनी गई है। साथ ही देश में हिंदी और इंग्लिश मीडिया के बीच चल आ रहे द्वंद को भी दर्शाती है। 


साल 2002 से लेकर 2017 के बीच साबरमती ट्रेन की जांच पर किस तरह राजनीति हुई, यह आपको फिल्म में देखने को मिलेगा। इस फिल्म में विक्रांत मैसी,राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा लीड रोल में दिखाई दे रहे है। तीनों इस फिल्म में टीवी पत्रकार की भूमिका में हैं। 


समर कुमार (विक्रांत मेस्सी) एक हिंदी टीवी चैनल का पत्रकार है। जो एंटरटेनमेंट बीट कवर करता है। मनिका राजपुरोहित( रिद्धि डोगरा) अंग्रेजी टीवी चैनल की एंकर हैं। दोनों साबरमती ट्रेन में लगी आग की घटना को कवर करने गोधरा जाते हैं। घटना की सच्चाई को लेकर दोनों किरदारों को टकराव होता है। 


कुछ साल बाद अमृता गिल (राशि खन्ना) मनिका राजपुरोहित के टीवी चैनल को ज्वाइन करती है। अमृता को साबरमती ट्रेन में मारे गए लोगों पर स्टोरी करने के लिए गोधरा भेजा जाता है। इस स्टोरी को तैयार करने में समर अमृता की मदद करता है।

 

एक्टिंग और डायरेक्शन

विक्रांत मेस्सी एक दमदार अभिनेता हैं। इस फिल्म में भी उन्होंने अपने किरदार को ईमानदारी के साथ निभाया है। रिद्धि डोगरा अंग्रेजी पत्रकार के अपने किरदार के साथ न्याय करती है। लेकिन राशि खन्ना के पास फिल्म में करने के लिए कुछ खास नहीं हैं। उनका किरदार फिल्म में बेहद कमजोर नजर आता है।


फिल्म का डायरेक्शन धीरज सरना ने किया है। जो औसत दर्जे का है। यह फिल्म सत्य घटना पर आधारित है। इस नाते दर्शक पहले से कहानी के बारे में बहुत कुछ जानते हैं। इस वजह से भी फिल्म किसी तरह का थ्रिल पैदा नहीं करती।

 

स्टोरी और स्क्रीनप्ले

इस फिल्म को अर्जुन भांडेगांवकर, विपिन अग्निहोत्री और अविनाश सिंह तोमर ने लिखा है। फिल्म द-साबरमती रिपोर्ट की स्टोरी और स्क्रीनप्ले दोनों बेहद कमजोर है। कुछ डायलॉग जरूर अच्छे है। लेकिन स्क्रीनप्ले की नाकामी पूरी फिल्म पर भारी पड़ती नजर आती है। फिल्म का क्लाइमेक्स बेहद वीक है। 


कुछ सीन देखने पर आपको लगेगा कि आप फिल्म में टीवी सीरियल देख रहे हैं। जिस एक्टर को विलेन के तौर पर दिखाया है। उसे देखकर आप बिल्कुल नहीं डरेंगे। यह फिल्म की सबसे बड़ी खामी रही। फिल्म का म्यूजिक कमजोर है। जिसकी वजह से भी फिल्म बोर करती है।

 
** स्टार

इंडिया 4 सिनेमा फिल्म द-साबरमती रिपोर्ट को 5 में से 2 स्टार देता है। इस फिल्म को देखने के बाद कहा जा सकता है- ऊंची दुकान फीके पकवान। फिल्म में विक्रांत मेस्सी की एक्टिंग के अलावा देखने के लिए और कुछ नहीं है। कहानी और स्क्रीनप्ले की कमजोरी पूरी फिल्म ले डूबती है। 


हालांकि, कंट्रोवर्शियल सब्जेक्ट की वजह से आपके मन को इस फिल्म को देखने के लिए मन में उत्सुकता जरूर जागेगी। लेकिन यह फिल्म आपको निराश करेगी। अगर विक्रांत मेस्सी के फैन हैं, तो इस फिल्म को देख सकते हैं। इसके अलावा द साबरमती रिपोर्ट को देखने के लिए आपको वजह तलाशनी पड़ेगी।


Photo Credit: Balaji Telefilms Limited

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